What is Integrity, Honesty and Probity ?
इंटिग्रिटी ,आनेस्टी और प्रोबीटी आज हम इन तीनो शब्दों के बारे में जानेंगे कि इन तीनों शब्दो में क्या समानताएँ और क्या अंतर है। इन तीनो शब्दो को यदि सामान्य रूप से देखा जाय तो तीनों का अर्थ ज्यादातर लोगो को एक ही लगता है और वह है ईमानदारी। किन्तु आज हम इन तीनों के अर्थ के साथ – साथ इन्हे विस्तार और सरल भाषा में समझने का प्रयास करेंगे। जिससे हम इन तीनो शब्दो को अच्छे से जान पाएंगे और अंतर कर पायेंगे।
Integrity
हम सबसे पहले बात करेंगे इंटिग्रिटी की उसके बाद आनेस्टी और प्रोबीटी को समझेंगे। इंटिग्रिटी शब्द बोलने में जितना छोटा लगता है उतने ही विस्तार में ये अपने आप में समाया है। हिंदी में यदि इंटिग्रिटी की बात की जाए तो इसका अर्थ है सत्यनिष्ठा। जिसका मतलब है दो चीज़ों का आपस में जुड़ाव होना। पहला मूल्य और दूसरा आचरण। दोनों आपस में एक चट्टान की तरह ही मजबूती से जुड़े रहते है।
जिस व्यक्ति में इंटिग्रिटी होती है वह अपनी नजर में अन्य की अपेक्षा ज्यादा ईमानदार होता है। इंटिग्रिटी वाले व्यक्ति सही और सत्य के लिए हमेशा ईमानदारी से डटे रहते है। और अपना जीवन भी ईमानदारी और उच्चतम मूल्यों के अनुसार ही जीते है। उन्हें समाज में दिखावा करने या उनके सामने ईमानदार होने का कोई सबूत नहीं देना होता है वह अंतरात्मा से ही ईमानदार होते है और जीवन भर उसी रास्ते पर चलते है।
Honesty
अब हम दूसरे नंबर पर आनेस्टी की बात करेंगे और उसके बाद प्रोबीटी को समझेंगे। आनेस्टी शब्द जिसका हिंदी में अर्थ है ईमानदारी । जिसका मतलब है नैतिक आदर्श। आनेस्टी भी इंटिग्रिटी की तरह एक मूल्य ही है।
जिस व्यक्ति में आनेस्टी होती है वह अन्य की नजरों में या समाज की नजरों में ज्यादा ईमानदार होता है। यह लोग नियमों और मर्यादाओं में रहते है और इनका कभी उलंघन नहीं करते है। यह लोग हमेशा पंक्चुअल और अपने काम के प्रति कमिटेड होते है और जानते है की इन्हे सब की नजरों में अच्छा रहना है। जो भी काम इनको दिया जाता है उसे वह पूरी ईमानदारी से निभाते है और हमेशा ईमानदार लोगो की श्रेणी में आते है।
Probity
अब हम प्रोबीटी को समझेंगे। प्रोबीटी शब्द जिसका हिंदी में अर्थ है शुचिता। प्रोबीटी की बात हम ज्यादातर संस्थागत सन्दर्भ में करते है या कह सकते है की इंस्टीटूसनल रेफ़्रेन्स में की जाती है। किसी संस्था के प्रति ईमानदारी से नियमो में बंधना होता है। इंटिग्रिटी और आनेस्टी को हम जयादातर इंडीविसुअल रेफ़्रेन्स में ही लेते है। ऐसा नहीं की हम इनको सिर्फ इंडीविसुअल रेफ़्रेन्स में ही लेते है बल्कि इंस्टीटूसनल रेफ़्रेन्स में भी ले सकते है।
प्रोबीटी को भी इंडीविसुअल रेफ़्रेन्स में ले सकते है लेकिन प्रोबीटी मोस्टली इंस्टीटूसनल रेफ़्रेन्स और प्रक्रिया (प्रोसेस ) में ही ली जाती है। कह सकते है की यदि किसी व्यक्ति में प्रोफेशनल इंटिग्रिटी है तो वह उसकी प्रोबीटी ही होगी।
Relation Between an Honesty and Integrity
हम यहां पर रिलेशन (सम्बन्ध) की बात करेंगे जो इंटिग्रिटी और आनेस्टी के बीच है जैसे कुछ समानताएं और कुछ अंतर जो निम्नलिखित है और नीचे दिए गए है।
Similarities
Similarities (समानताएं )-इंटिग्रिटी और आनेस्टी के बीच समानता ये है की दोनों से ही उम्मीद की जाती है की दोनों नैतिक आचरण करेंगे। जिससे वह ईमानदार और सत्यनिष्ठ होगे और ईमानदारी के मार्ग पर चलेगें ।
Difference
Difference- (अंतर )-इंटिग्रिटी और आनेस्टी के बीच अंतर ये है की इंटिग्रिटी में व्यक्ति नियमो की मूल भावनाओं को समझते हुए , नियमो से भी ऊँचे स्तर पर चले जाते है। उन्हें यदि लगता है की नियम उसे अवैध लाभ पहुंचा रहे है तो वह नियमोँ को भी खारिज कर देते है किन्तु अवैध लाभ लेना बिल्कुल भी पसंद नहीं करते है। यही इंटिग्रिटी की सबसे बड़ी क्वालिटी होती है। आनेस्टी की बात की जाए तो आनेस्टी में व्यक्ति नियमो में रहते हुए व्यक्तिगत लाभ उठाते है। सत्यनिष्ठ व्यक्ति ईमानदार हो सकता है, सभी ईमानदार लोगों में सत्यनिष्ठा नहीं हो सकती है।
Can you be honest without integrity?
क्या आप इंटिग्रिटी के बिना ऑनेस्ट हो सकते हैं?
हम जानते है की हम बिना इंटिग्रिटी के ऑनेस्ट हो सकते है लेकिन बिना ऑनेस्ट हुए हम इंटिग्रिटी के लेवल पर नहीं पहुँच सकते है। हमें इंटिग्रिटी के लेवल को छूना या पाना है तो हमें पहले ऑनेस्ट होना पड़ेगा। आनेस्टी ही इंटिग्रिटी की प्रथम सीडी है। उसके बाद ही आप आगे बढ़ सकते है। बिना ऑनेस्ट हुए हम कभी भी इंटिग्रिटी नहीं दिखा सकते है। इंटिग्रिटी और आनेस्टी दोनों को हम व्यक्ति विशेष के लिए प्रयोग करते है। इसलिए कह सकते है की आनेस्टी एक्सिस्ट कर सकती है इंटिग्रिटी के बिना लेकिन इंटिग्रिटी एक्सिस्ट नहीं कर सकती है आनेस्टी के बिना। आपको हरहाल में ऑनेस्ट होना ही होता है।