National Education Policy (NEP) 2020
Introduction
शिक्षा मानव की पूर्ण क्षमता को विकसित या प्राप्त करने का एक न्यायसंगत और उच्तम माध्यम है।
हमारे देश की समृद्ध प्रतिभा और संसाधनों का सर्वोत्तम विकास के लिए शिक्षा की गुणवत्ता का होना बहुत अहम् है। इससे देश को उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक अवसर प्रदान किए जाएंगे। इसमें व्यक्ति, समाज और राष्ट्र सभी का हित छुपा हुआ है।
शिक्षा सुनिश्चित करना और आजीवन शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा देना हमारा लक्ष्य है। इस तरह ऊँचे लक्ष्य के लिए सीखने को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए संपूर्ण शिक्षा प्रणाली को पुनर्व्यवस्थित करना बहुत जरुरी था।
यहाँ पर समावेशी शिक्षा पर जोर दिया गया है जिसका मतलब है “सभी के लिए सामान शिक्षा और समान गुणवत्ता के अवसर पैदा करना है तथा आजीवन शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा देना है ।
Previous Policies
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 से पहले भी 2 और स्वतंत्र भारत की एजुकेशन पॉलिसी आ चुकी है पहली इंदिरा गांधी जी के समय में जो 1968 में आयी थी। दूसरी एजुकेशन पालिसी राजीव गाँधी जी के समय में 1986 में आयी थी। उसके बाद 1992 में केवल संसोधन हुआ था वह कोई पोलीसी नहीं थी।
अब 34 साल बाद यह नई एजुकेशन पॉलिसी 2020 आयी है। पुरानी एजुकेशन पॉलिसी का जोर मुख्य रूप से शिक्षा तक पहुँचना मुख्य मुद्दा था। अब नई एजुकेशन पॉलिसी 2020 में अनिवार्य शिक्षा अधिनियम 2009 जिसने सार्वभौमिक प्रारंभिक शिक्षा को जन्म दिया है उसके साथ -साथ कई तरह के बदलाव भी देखने को मिले है जो हम आगे डिसकस करेंगे।
School level education of National Education Policy 2020
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की स्कूल स्तरीय शिक्षा का नीचे वर्णन किया गया है।
नेशनल एजुकेशन पोलीसी ने बच्चों के लिए वर्तमान में चल रही 10+2 स्कूल प्रणाली को खत्म कर दिया है और उसकी जगह 3 से 18 वर्ष की आयु के सभी शैक्षणिक आधार पर एक नई प्रणाली में 5+3+3+4 की शुरुवात कर दी है।
जो निम्नलिखित है
नए 5+3+3+4 प्रणाली में में 3 साल के बच्चों को शामिल करने का कार्य कर दिया गया है।
1-शुरुवात के 5 साल में बच्चा फाउंडेशन एजुकेशन लेगा। जिसमे बच्चे की उम्र 3 से 8 साल होगी और वह नर्सरी, एल.के.जी ,यू .के.जी, फर्स्ट एंड सेकंड क्लास में होगा और इनकी एजुकेशन केवल उनकी मातृ भाषा या कह सकते है की क्षेत्रीय भाषा में होगी।
2 -उसके बाद 3 साल में बच्चा प्रिपरेटरी एजुकेशन लेगा।जिसमे बच्चे की उम्र 9 से 11 साल होगी और वह थर्ड , फोर्थ और फिफ्थ क्लास में होगा।
3 -उसके बाद 3 साल में बच्चा मिडिल एजुकेशन लेगा। जिसमे बच्चे की उम्र 12 से 14 साल होगी और वह 6 ,7 और 8 क्लास में होगा। साथ -साथ इनको वोकेशनल कोर्स भी कराया जायेगा।
4 -उसके बाद 4 साल में बच्चा सेकेंडरी एजुकेशन लेगा। जिसमे बच्चे की उम्र 15 से 18 साल होगी और वह 9 ,10 ,11 और 12 क्लास में होगा। और 10+2 का बोर्ड एग्जाम भी खत्म कर दिया गया है साथ ही साथ इनका सेमेस्टर सिस्टम द्वारा एग्जाम कराया जायेगा।
यह हमारा न्यू नेशनल एजुकेशन सिस्टम होगा। जो 5+3+3+4 प्रणाली के अनुसार चलेगा इसमें उम्र 3- 18 साल की होगी।जो पहले 6 – 14 साल की थी।
Collage level education of National Education Policy 2020
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की कॉलेज स्तर की शिक्षा का नीचे वर्णन किया गया है।
कॉलेज लेवल एजुकेशन में ग्रेजुएशन 3 या 4 ईयर का होगा।
1st year ईयर में पास करने पर सर्टिफिकेट दिया जायेगा।
सेकंड year ईयर में पास करने पर डिप्लोमा दिया जायेगा।
थर्ड year ईयर में पास करने पर डिग्री दी जायेगी ।
फोर्थ year ईयर में पास करने पर रीसर्च सर्टिफिकेट दिया जायेगा।
यदि कोई किसी कारण वश किसी भी ईयर में कॉलेज छोड़ता है तो वह कुछ साल बाद आगे एडमिशन कंटिन्यू कर सकता है इसमें उसके कोई भी साल बर्बाद नहीं होंगे। अब M.Phil डिग्री को खत्म कर दिय जायेगा।